Rajasthan Board 12th Result 2025: राजस्थान बोर्ड में फिर लड़कियों ने मारी बाज़ी, कॉमर्स रहा टॉप

Rajasthan Board 12th Result 2025: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) द्वारा जारी किए गए 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि मेहनत, लगन और समर्पण का फल हमेशा बेहतरीन होता है। इस वर्ष का रिजल्ट कई मायनों में ऐतिहासिक रहा, जहां कॉमर्स संकाय ने सर्वाधिक पास प्रतिशत के साथ टॉप किया और लड़कियों ने तीनों संकायों में अपना दबदबा कायम रखा।

तीनों संकायों का प्रदर्शन रहा उल्लेखनीय

इस वर्ष बोर्ड ने विज्ञान, वाणिज्य और कला – तीनों संकायों का रिजल्ट एक साथ घोषित किया। आंकड़ों के अनुसार, विज्ञान संकाय का पास प्रतिशत 98.43 रहा, जबकि वाणिज्य संकाय ने 99.07 प्रतिशत के साथ शीर्ष स्थान प्राप्त किया। कला संकाय का परिणाम 97.78 प्रतिशत दर्ज किया गया। इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि इस वर्ष छात्रों का कुल प्रदर्शन अत्यंत सराहनीय रहा है।

कॉमर्स संकाय ने रचा नया कीर्तिमान

इस वर्ष का सबसे बड़ा आकर्षण कॉमर्स संकाय का प्रदर्शन रहा। महज़ 28,248 छात्रों ने इस संकाय में पंजीकरण कराया था, लेकिन उनमें से 28,010 छात्र परीक्षा में सम्मिलित हुए और इनमें से 99.07 प्रतिशत ने सफलता प्राप्त की। यह दर्शाता है कि कॉमर्स अब केवल एक विकल्प नहीं बल्कि छात्रों के लिए एक सशक्त करियर मार्ग बनता जा रहा है, जहां सफलता की संभावना अधिक स्पष्ट दिखाई दे रही है।

विज्ञान और कला संकाय में भी चमके छात्र

विज्ञान संकाय में कुल 2,73,915 छात्रों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 2,72,138 छात्र परीक्षा में बैठे और 98.43 प्रतिशत उत्तीर्ण हुए। वहीं कला संकाय में सबसे अधिक 5,87,444 छात्रों ने पंजीकरण कराया था, जिसमें से 5,78,164 छात्र परीक्षा में शामिल हुए और 97.78 प्रतिशत ने सफलता प्राप्त की। इन आंकड़ों से यह भी सिद्ध होता है कि विद्यार्थी संख्या चाहे जितनी अधिक हो, गुणवत्ता और मेहनत से बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।

छात्राओं का सर्वांगीण प्रदर्शन रहा श्रेष्ठ

इस वर्ष की सबसे प्रेरणादायक उपलब्धि यह रही कि तीनों ही संकायों में लड़कियों ने टॉप किया। विज्ञान संकाय में प्रीति ने 99.80 प्रतिशत अंक प्राप्त कर शीर्ष स्थान हासिल किया। वाणिज्य संकाय में कंगना ने 99.20 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। वहीं कला संकाय में अनुप्रिया, प्रगति, प्रियंका और उर्मिला ने संयुक्त रूप से 99.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर राज्यभर में अपनी पहचान बनाई। ये आंकड़े यह दिखाते हैं कि राज्य की बेटियां अब शिक्षा के हर क्षेत्र में आत्मविश्वास और परिश्रम के साथ आगे बढ़ रही हैं।

ग्रामीण और साधनहीन छात्रों ने भी दिखाई असाधारण लगन

इस वर्ष की परीक्षा में कई ऐसे प्रेरणादायक उदाहरण सामने आए हैं जहां सीमित संसाधनों में पढ़ाई करने वाले छात्रों ने भी उत्कृष्ट परिणाम दिए हैं। एक ऐसे छात्र की कहानी ने सबका ध्यान खींचा जिसने टॉर्च की रोशनी में पढ़ाई कर 99.20 प्रतिशत अंक हासिल किए। यह उदाहरण न केवल छात्रों को प्रेरणा देता है, बल्कि यह भी बताता है कि मेहनत और इच्छाशक्ति किसी भी बाधा को पार कर सकती है।

आगे की राह: करियर और उच्च शिक्षा की तैयारी

अब जब परीक्षा परिणाम सामने आ चुका है, छात्रों के सामने सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि आगे क्या करें। विज्ञान संकाय के छात्र इंजीनियरिंग, चिकित्सा और रिसर्च क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं। कॉमर्स के छात्र अकाउंटिंग, बैंकिंग, चार्टर्ड अकाउंटेंसी, बिजनेस स्टडीज और डेटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। कला संकाय के छात्र पत्रकारिता, समाजशास्त्र, लोक प्रशासन, इतिहास और भाषा अध्ययन में अपना भविष्य तलाश सकते हैं।

शिक्षा व्यवस्था और समाज में सकारात्मक बदलाव

इस वर्ष के परिणामों ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच की खाई धीरे-धीरे कम होती दिख रही है। अभिभावकों का सहयोग, शिक्षकों की मेहनत और छात्रों की प्रतिबद्धता मिलकर एक ऐसा शैक्षिक वातावरण तैयार कर रहे हैं जो आने वाले वर्षों में और बेहतर परिणाम देगा।

यह रिजल्ट सिर्फ अंक नहीं, एक बदलाव का संकेत है

राजस्थान बोर्ड का यह रिजल्ट न केवल शिक्षा के स्तर की तस्वीर पेश करता है, बल्कि यह सामाजिक बदलाव, लैंगिक समानता और समर्पण की ताकत को भी दर्शाता है। छात्र हों या छात्राएं, हर किसी ने इस परीक्षा में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और यही इस वर्ष के परिणाम की सबसे बड़ी विशेषता है।

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