Rajasthan Weather Alert: राजस्थान की धरती इस समय दोहरे संकट से गुजर रही है — एक तरफ भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है, तो दूसरी ओर कई जिलों में तेज आंधी और बारिश का कहर भी देखने को मिल रहा है ऐसे में मौसम विभाग की नई चेतावनी ने लोगों की चिंता और भी बढ़ा दी है अगर आप राजस्थान में हैं या आपके परिचित वहां रहते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है।
तापमान ने तोड़ा रिकॉर्ड, 48 डिग्री के करीब पहुंचा पारा
राजस्थान के कई हिस्सों में इस समय गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं श्रीगंगानगर में पारा 47.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, जबकि बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, चूरू और वनस्थली जैसे इलाकों में भी तापमान 45 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया है ऐसी भीषण गर्मी में लोगों का घर से बाहर निकलना बेहद मुश्किल हो गया है।
अचानक बदला मौसम, तूफान और बारिश का कहर
भीषण गर्मी के बीच मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है कई जिलों में आंधी-तूफान और तेज बारिश ने तबाही मचाई है रामगंजमंडी और भीलवाड़ा जैसे इलाकों में आंधी के साथ आई तेज बारिश ने पेड़ों को उखाड़ फेंका, जिससे जान-माल का नुकसान भी हुआ चित्तौड़गढ़ जिले में तो एक कच्ची दीवार गिरने से महिला और बच्चे की जान चली गई।
अगले 5 दिन और परेशान करेगा तूफानी मौसम
मौसम विभाग ने साफ चेतावनी दी है कि अगले 4 से 5 दिन राजस्थान के कई जिलों में दोपहर बाद तेज मेघगर्जन, धूलभरी आंधी और बारिश का दौर जारी रह सकता है खासकर उदयपुर और कोटा संभाग में इसका असर ज्यादा देखने को मिलेगा जयपुर, भरतपुर और अजमेर संभागों में भी हल्की बारिश के साथ तेज हवा चलने की संभावना जताई गई है इसका असर 24 से 26 मई के बीच सबसे अधिक रहेगा।
25 मई से नौतपा का आगाज, तपिश और बढ़ेगी
गर्मी के इस दौर में अब एक और प्राकृतिक चरण की शुरुआत होने जा रही है — नौतपा 25 मई को सूरज रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा और इसके बाद नौ दिन तक तेज तपिश और झुलसाने वाली गर्मी का दौर रहेगा कहा जाता है कि नौतपा के इन नौ दिनों में जितनी अधिक गर्मी होती है, मॉनसून उतना ही बेहतर रहता है यानी यह तपिश खेती के लिहाज से फायदेमंद मानी जाती है।
क्यों होता है नौतपा में इतना अधिक तापमान?
नौतपा के दौरान सूर्य की किरणें सीधी और बेहद तीव्र रूप से धरती पर पड़ती हैं, जिससे तापमान तेजी से बढ़ता है इस दौरान लू का प्रभाव भी चरम पर रहता है हालांकि इसका एक वैज्ञानिक और कृषि से जुड़ा फायदा भी है — इससे खेतों में मौजूद हानिकारक कीट-पतंगे नष्ट हो जाते हैं, जो फसलों को नुकसान पहुंचा सकते हैं साथ ही, यह माना जाता है कि ज्यादा तपिश का मतलब अच्छा और समय पर मॉनसून है।
क्या करें इस मौसम में सुरक्षित रहने के लिए?
इन हालातों में सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है मौसम की चेतावनियों पर ध्यान दें और जरूरत न हो तो दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचें बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है अगर आप कृषि से जुड़े हैं तो इस समय फसलों को लेकर उचित कदम उठाएं, ताकि आने वाले बारिश के मौसम का भरपूर लाभ मिल सके।
राजस्थान इस समय प्रकृति के दो चेहरों — आग बरसाती गर्मी और राहत देती बारिश — दोनों से जूझ रहा है ऐसे में हर व्यक्ति को अपने-अपने स्तर पर सतर्क और सजग रहना होगा।
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